quarta-feira, 14 de setembro de 2022

वही प्रतिबंध, नए तर्क

वही प्रतिबंध, नए तर्क

सरकार को अमेरिका और यूरोपीय संघ से प्रतिबंधों के खतरे से डरना नहीं चाहिए, क्योंकि जब तक वे अमेज़ॅन पर कब्जा नहीं करते हैं, तब तक वे तर्क देते रहेंगे जो हमेशा एक फैशन का पालन करते हैं और उन्हें बहुत पीटा जाता है, याद दिलाता है। हम पर मानवाधिकारों का आरोप लगाते हुए हम दुनिया के सबसे ज़ेनोफोबिक देश की भावना के बिना आरोप लगाते हैं जो अभी भी काले उत्तरी अमेरिकी अफ्रीकी अमेरिकियों को कभी भी अमेरिकी नहीं कहते हैं; तब यह लोकतंत्र की लहर और तानाशाही का अंत था जब तक कि यह संयुक्त अरब अमीरात या सऊदी अरब में तानाशाही है; फिर आया सामाजिक असमानता पर दबाव; फिर बाल श्रम और दास श्रम पर; वे दबाव के लिए छद्म तर्कों का आविष्कार करते नहीं थकते; फिर स्वदेशी लोगों और उनके क्षेत्र पर दबाव आया; फिर जलने और वनों की कटाई पर दबाव आया जो कि हालिया मेनू है।

Roberto da Silva Rocha, professor universitário e cientista político

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